Dictionaries | References अ अगे-गो Meaning Key Pages Related Aryabhushan School Dictionary | mr en | | A vocative particle in calling to a female. Related Words SUGGEST A NEW WORD! गो अगे (गो.) करणें थोडे उलवणें चड आळाबंदा (गो .) अगे अगे म्हशी मला कां नेशी अगे-गो (गो.) उडत्या पांखरांची शेटां मोजप अगे जिभे लवसी, आपली आपल्या भोवसी अडकित्त्यांतील सुपारी, (गो.) अडकात्तेंतुलें फोपळ (गो.) उष्ट्या हातान् कावळो हाबडप कोलो उशेलांत पडलो (गो.) (गो.) कानां भिडॅल घाल (गो.) उदरा पोराक लोखंडा खेळ कित्याक अगे माझे बायले, सर्व तुला वाहिलें अंधळ्यापुढें नाच बहिर्यापुढें गायन, (गो) अंधळ्या सरी नाजून आनी बहिर्यासरी गावन उपयोग किते (गो.) सुनेचो पाय लागल्यार सुनेनं पायां पडूंक जाय आनि मायचों पाय लागल्यार सुनेनच पायां पडूंक जाय हत्ती भागलो ह्मोण घोड्या ऽ घोडवळींत राबाना (गो.) म्हशीचीं शिंगें म्हशीला जड नाहींत (गो.) म्हशीचि शिंगां म्हशीक जड जायनात गो॥ (गो.) जेवरे पुता वाटींत माका गोड करटींतु (गो.) कुंभार त्यांका नाय सुमार (गो.) तवो तापिल्या वेळारि रोटि भाजून घेवंका (गो.) तीळु खावुनु व्रत भ्रष्ट कट्टें नातिल्या भुतानें भोवंतचि आसचें (गो.) खेंकट्यास मेकटें महादेवा, उठ गो नकट्या लाव दिवा (गो.) डोंगर विलो अनि उंदीर जालो (गो.) उंदीर हागतलो किते नी शेणो थापतालो किते सुपांतले हंसतात, आधणांतले तपेल्यांतले रडतात-(गो.) सुपांतले हांसतात, ओल्लेंतले रटटात बायलबोलो (गो.) मतिर (मंत्र) थोडा, फुका जास्त (गो.) : Folder : Page : Word/Phrase : Person Search results No pages matched! Related Pages | Show All अंक पहिला - भाग ५ वा अंक पहिला - भाग ५ वा अंक पहिला - भाग ४ था अंक पहिला - भाग ४ था आत्मसुख - अभंग ९१ ते १०० आत्मसुख - अभंग ९१ ते १०० लावणी १३१ वी - येक राजा चंद्रभान चंपावत ... लावणी १३१ वी - येक राजा चंद्रभान चंपावत ... श्रमगीते - सागाची दिमकी श्रमगीते - सागाची दिमकी श्रमगीते - नवी नवरी श्रमगीते - नवी नवरी अंक दुसरा - प्रवेश दुसरा अंक दुसरा - प्रवेश दुसरा श्रीकृष्णाचीं पदें - पदे १२१ ते १३२ श्रीकृष्णाचीं पदें - पदे १२१ ते १३२ अभंग - आपुलीया बाळा आपुलीया करीं । अभंग - आपुलीया बाळा आपुलीया करीं । अर्थशास्त्रम् अध्याय ०२ - भाग २९ अर्थशास्त्रम् अध्याय ०२ - भाग २९ हिन्दी पदावली - पद १५१ से १६० हिन्दी पदावली - पद १५१ से १६० हिन्दी पद - पदे ९६ से ९९ हिन्दी पद - पदे ९६ से ९९ आचारकाण्डः - अध्यायः २०९ आचारकाण्डः - अध्यायः २०९ माधव जूलियन - चन्द्रिका आणि प्रिया माधव जूलियन - चन्द्रिका आणि प्रिया लावणी ११९ वी - अगे अलबेले ! रूप तुझें कि... लावणी ११९ वी - अगे अलबेले ! रूप तुझें कि... भक्तवत्सलता - अभंग ७१ ते ७२ भक्तवत्सलता - अभंग ७१ ते ७२ गज्जलाञ्जलि - तुझाच दास न लागे सखे, तुझ... गज्जलाञ्जलि - तुझाच दास न लागे सखे, तुझ... घनाक्षरी घनाक्षरी अर्थालंकार - प्रेय अर्थालंकार - प्रेय अंक पाचवा - प्रवेश पहिला अंक पाचवा - प्रवेश पहिला अर्थशास्त्रम् अध्याय ०२ - भाग ११ अर्थशास्त्रम् अध्याय ०२ - भाग ११ अंक तिसरा - प्रवेश २ रा अंक तिसरा - प्रवेश २ रा कथामृत - अध्याय एकोणिसावा कथामृत - अध्याय एकोणिसावा कबीर के दोहे - मनरे तूं राम बिन दुःख पाव... कबीर के दोहे - मनरे तूं राम बिन दुःख पाव... कबीर के दोहे - मनरे तूं राम बिन दुःख पाव... कबीर के दोहे - मनरे तूं राम बिन दुःख पाव... उत्तरस्थान - अध्याय १३ उत्तरस्थान - अध्याय १३ उत्तरस्थान - अध्याय ३० उत्तरस्थान - अध्याय ३० शारीरस्थान - अध्याय ६ शारीरस्थान - अध्याय ६ उत्तरस्थान - अध्याय ५ उत्तरस्थान - अध्याय ५ अध्याय ६५ वा - श्लोक २१ ते २५ अध्याय ६५ वा - श्लोक २१ ते २५ अंक पहिला - भाग ६ वा अंक पहिला - भाग ६ वा अध्याय ४७ वा - श्लोक १ ते ५ अध्याय ४७ वा - श्लोक १ ते ५ हिन्दी पद - पदे ५१ से ५५ हिन्दी पद - पदे ५१ से ५५ उत्तरस्थान - अध्याय ३७ उत्तरस्थान - अध्याय ३७ शुकाख्यान - अभंग २७६ ते ३०० शुकाख्यान - अभंग २७६ ते ३०० रेणुकेचें अष्टक - चवथे रेणुकेचें अष्टक - चवथे हिन्दी पद - पदे ६६ से ७० हिन्दी पद - पदे ६६ से ७० हिन्दी पद - पदे ५६ से ६० हिन्दी पद - पदे ५६ से ६० श्रीकृष्णाचीं पदें - पदे ९१ ते १०० श्रीकृष्णाचीं पदें - पदे ९१ ते १०० अर्थालंकार - शब्दप्रमाण अर्थालंकार - शब्दप्रमाण आठ अक्षरी वृत्तें - अनुष्टुप् आठ अक्षरी वृत्तें - अनुष्टुप् अर्थशास्त्रम् अध्याय ०२ - भाग २४ अर्थशास्त्रम् अध्याय ०२ - भाग २४ उत्तरस्थान - अध्याय ३२ उत्तरस्थान - अध्याय ३२ वृत्तरत्नाकर - तृतीयोऽध्यायः वृत्तरत्नाकर - तृतीयोऽध्यायः आश्विनमास: - गोपूजनविधि: आश्विनमास: - गोपूजनविधि: उत्तरस्थान - अध्याय ११ उत्तरस्थान - अध्याय ११ अर्थशास्त्रम् अध्याय ०२ - भाग १२ अर्थशास्त्रम् अध्याय ०२ - भाग १२ ब्रम्हस्तुति - चरण ३ - भाग ३ ब्रम्हस्तुति - चरण ३ - भाग ३ अर्थशास्त्रम् अध्याय १४ - भाग १ अर्थशास्त्रम् अध्याय १४ - भाग १ उत्तरस्थान - अध्याय ३८ उत्तरस्थान - अध्याय ३८ | Show All : Folder : Page : Word/Phrase : Person Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP