Dictionaries | References प प्रीत जडे मेंडकीसे पद्भिनी क्या माल-झ्यात है मराठी वाक्संप्रदाय - वाक्यप्रचार | Marathi | बेडकीवर प्रेम जडल्यास ती पुढें पद्मिनी व्यर्थ होय. प्रेम अंधळें असतें. गाढवी पहा. पद्मीन पहा. Related Words SUGGEST A NEW WORD! बैतल माल मालके माल तयार माल ढिला माल मालचा माल मालाचा पैसा आणि पैशाचा माल आपना घर दूरसे सुझतां है आपना वकर आपने हात है धुडके-क्या उडविणें-करणें नफा दिसता है, मुद्दल घुसता है गडमें गड चितोडगड और सब गढैया है, तालमें ताल भोपालताल और सब तलैंया है दिलपर दिल ऐना है नंगेमे खुदाभी डरता है पके बडके तले, मरणेवाले है है बछडा-बछडा खुंटेके बळ नाचता है दोनो हातो पगडी संभालाने पडी है इष्क स्वसंतोषें घडे, सांगण्यानें न जडे गुरका or क्या उखलिमे सर दबातो धक्कोसे क्या डर जिसका राम धनी, उसको क्या कमी डोळेमिचका-क्या चिरकी or क्या पेंका or क्या प्यार बैठा गद्धीपर तो पद्मीन क्या बात अंधा क्या जाने लालकी बहार आपना दाम खोटा, परखनेहारेको क्या बट्टा मेंढका or क्या मिया बिबी राजी, तो क्या करेगा काजी साहेबका घर दूर है, जैसी लंबी खजूर l चढे तो चाहे प्रेम रस, गिरे तो चकना चूर ll मखमल-माल चांगला माल लौकर खपतो महंत-जांके संग दसवीस है तांको नाम महंतः हजार आफत है, एक दिल लगानेसें हपापाचा माल गपापा होता माल दियाही आडे आता है एक एक मुस्किलके, हजार हजार आसान रखे है मराठया म्हणींचा माल, शहाण्यानें घ्यावा खुशाल ज्याचा माल त्याला हाल (त्याचे हाल), कोल्हीं कुत्री पडली लाल जबान तले जबान है आज है सो कल नही गादीवरून उतरला कोतवाल, झाला कवडीचा माल हरामाचा माल जिरत नाहीं मारमारके जाय, फताहदाद इलाही है जहांके मुरदे वहांही गाडते है उंट बडबडातेही लादते है नानक (कहे) नन्हे होईजे जैसी दूब, और घांस जर जात है दूब खूब की खूब आग पानीको हाडवैर है मुफलस-मुफलससे सवाल हराम है गद्धेभी जवानीमें, भले मालूम देते है डोळेमिचका-क्या ढिला माल बियाह-बीयाह न कीया, बराततो देखी है मालके माल सोना-सोतेको सोता, कब जागता है : Folder : Page : Word/Phrase : Person Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP